वो बोली, "मम्मी मुझे नहीं करनी शादी...! आप समझते क्यों नहीं? वो बोली, "मम्मी मुझे नहीं करनी शादी...! आप समझते क्यों नहीं?
आंसू पोंछते हुए टेबल ने बस इतना ही कह पाया भगवान सलामत रखे इन जोड़ों को। आंसू पोंछते हुए टेबल ने बस इतना ही कह पाया भगवान सलामत रखे इन जोड़ों को।
सजल नयनों से एक दूसरे को सांत्वना देती हुई गले से लिपट गई। जैसे बरसों बिछड़ी सहेलियां ल सजल नयनों से एक दूसरे को सांत्वना देती हुई गले से लिपट गई। जैसे बरसों बिछड़ी सहे...
जीवन का वीराना अब प्रेम के उजालों से रौशन था। खामोशियों को स्वर मिल गये थे। जीवन का वीराना अब प्रेम के उजालों से रौशन था। खामोशियों को स्वर मिल गये थे।
जो शिक्षा और संस्कार उन्होंने तुम्हें दिये हैं वही कमाने के लिए पथप्रदर्शक रहेंगे। जो शिक्षा और संस्कार उन्होंने तुम्हें दिये हैं वही कमाने के लिए पथप्रदर्शक रहेंग...
गेट खोलकर अंदर घुसी।अंदर लोगों का जमावड़ा।धक्का मारकर आगे निकली तो दृश्य देख मेरे शब्द गले में ही घुट... गेट खोलकर अंदर घुसी।अंदर लोगों का जमावड़ा।धक्का मारकर आगे निकली तो दृश्य देख मेरे...